Friday, October 9, 2015

क्या तुझे शर्म नहीं आयी !

दनकौर में,
मादरे हिन्द की बेटी को 
नग्न किया गया 
उस रात फिर
खूब रोए 'नागा बाबा'
बाबा ने मुझसे कहा -
देख रे -बेरोजगार ग्रेजुएट
इसी देश में आया था बुद्ध भटककर
कबीर भी
और फिर आया था
फ़कीर संत गाँधी
आज सभी रोए रात भर
देखने वाले देखते रहे -बे-शर्म
और मैं देता रहा खुद को तस्सली
कि, अब नहीं रहा इस देश में
मेरी गालियाँ भी अब हो चुकी है बेअसर
चल तू बता -
क्या सच में नहीं बदल पाए इस देश को
जिसे - हिन्दोस्तान कहते हैं !
देख , आज भी मादरे हिन्द की बेटी असहाय नग्न घूम रही है
तेरी जमीन पर ....
हिल उठी है मेरी आत्मा
क्या तुझे शर्म नहीं आयी !
या डरता है मरने से !

___________

चित्र : गूगल  से  साभार 


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